The smart Trick of sidh kunjika That No One is Discussing
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पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा ।
This Mantra is published in the shape of the dialogue involving a Expert and his disciple. This Mantra is thought to get The crucial element to the tranquil state of mind.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः
ऐङ्कारी सृष्टिरूपायै ह्रीङ्कारी प्रतिपालिका ।
शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुंजिकास्तोत्रमुत्तमम् ।
Salutations to your Goddess who has the form of root chants Who via the chant “Goal” has the shape of your creator Who from the chant “Hreem” has the shape of one who normally takes treatment of every little thing And who by the chant “Kleem” has the form of enthusiasm
ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा।”
सिद्ध कुंजिका more info स्तोत्र का पाठ करने से विपदाएं स्वत: ही दूर हो जाती हैं और समस्त कष्ट से मुक्ति मिलती है। यह सिद्ध स्त्रोत है और इसे करने से दुर्गासप्तशती पढ़ने के समान पुण्य मिलता है।
यस्तु कुंजिकया देविहीनां सप्तशतीं पठेत्।
मौसम मुंबई का मौसमजयपुर का मौसमनई दिल्ली का मौसमलखनऊ का मौसमनोएडा का मौसम
नमस्ते रुद्ररूपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि।
नमस्ते रुद्ररूपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि ।
न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम् ।
जाग्रतं हि महादेवि जपं सिद्धं कुरुष्व मे ॥ ७ ॥